सफेद मूसली के फायदे | Safed Musli Benefits | 11 Magical Benefits

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 सफेद मूसली के फायदे, नुकसान और उपयोग |11 Megical Benefits of Safed Musli in Hindi:

सफेद मूसली एक ऐसी शक्तिशाली जड़ी बूटी है जो मुख्य रूप से सेक्स पावर बढ़ाने के लिए प्रयोग की जाती है। सफेद मूसली के फायदे सिर्फ सेक्स क्षमता बढ़ाने तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि यह गठिया, मधुमेह, यूटीआई आदि रोगों को दूर करने में भी उपयोगी है। सफेद मूसली का उपयोग आयुर्वेदिक, यूनानी और होम्योपैथी चिकित्सा में प्रमुखता से किया जाता है। इस पोस्ट में आप को Safed Musli benefits और Side effects के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी।

जिस तरह बरसात के मौसम में तरह तरह के पौधे खुद बखुद उग आते हैं उसी की मानिंद सफ़ेद मूसली भी बरसात के मौसम में जंगलो में खुद बखुद उग आती है , लेकिन इसके बेशुमार फायदों की बदौलत पूरे देश में इसकी बाक़ायदा तोर पर खेती की जाने लगी है। इसके औषधीय गुणों को देखते हुए अब सफेद मूसली का चूर्ण और कैप्सूल भी बाजार में उपलब्ध है। यह सेक्स संबंधी समस्याओं में बहुत फायदेमंद है और कुछ जगहों पर इसे “हर्बल वियाग्रा” के नाम से भी जाना जाता है। हालांकि, सुरक्षित मूसली क लाभ और हानि के बारे में अभी भी कोई पर्याप्त चिकित्सा प्रमाण नहीं है।

सफेद मूसली में पाए जाने वाले पोषक तत्व | Nutrients found in Safed Musli:

आयुर्वेद के अनुसार सफेद मूसली की जड़ सबसे ज्यादा फायदेमंद होती है। ये जड़ें विटामिन और खनिजों का भंडार हैं। सफेद मूसली की जड़ों के अलावा इसके बीजों का भी प्रमुखता से उपयोग किया जाता है। इन जड़ों में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर, सैपोनिन जैसे पोषक तत्व और कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम आदि खनिज प्रमुख रूप से पाए जाते हैं।

सफ़ेद मूसली के औषधीय गुण | Medicinal properties of Safed Musli:

सफ़ेद मुसली की गांठदार जड़ और बीजों का सबसे अधिक उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है। आमतौर पर सफेद मूसली का इस्तेमाल सेक्स संबंधी समस्याओं के लिए ज्यादा किया जाता है, लेकिन इसके अलावा गठिया, कैंसर, मधुमेह, नपुंसकता आदि रोगों के इलाज में और शारीरिक कमजोरी को दूर करने में भी सफेद मूसली का इस्तेमाल प्रमुखता से किया जाता है। यह कमजोरी दूर करने की सबसे लोकप्रिय आयुर्वेदिक औषधि है। जानवरों पर किए गए शोधों ने इस बात की पुष्टि की है इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं साथ ही यह यौन क्रिया को बढ़ाता है और टेस्टोस्टेरोन जैसे प्रभाव वाले सेक्स हार्मोन के स्तर को बढ़ाता है।

सफेद मूसली खाने का तरीक़ा | How to take safed musli:

Safed Musli benefits की जानकारी आसानी से मिल जाती है, लेकिन सफेद मूसली खाने की विधि के बारे में ज्यादा जानकारी इंटरनेट पर उपलब्ध नहीं है। ज्यादातर लोग जानना चाहते हैं कि सफेद मूसली कैसे खानी चाहिए?

ख्याल रहे की सफ़ेद मूसली का इस्तेमाल करने से पहले इसकी सही खुराक के बारे में जानना अधिक आवशयक है। क्योंकि इसका अधिक मात्रा में इस्तेमाल आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। इस लिए अच्छा होगा की इसके इस्तेमाल से पहले अपने चिकित्सक से सह अवश्य लें।

आयुर्वेदिक चिकित्सा में सफेद मूसली के सेवन के लिए मुख्य रूप से मूसली पाउडर या मूसली पाउडर और मूसली पाक का उपयोग किया जाता है। आमतौर पर दूध के साथ सफेद मूसली लेने की सलाह दी जाती है।

आमतौर पर सफेद मुसली की सामान्य खुराक निम्नलिखित हैं:

  1. सफेद मूसली का पाउडर: 1 से 2 ग्राम दिन में दो बार इस्तेमाल करें। Safed Musli Benefits

  2. सफ़ेद मूसली के कैप्सूल: 1 से 2 कैप्सूल दिन में दो बार इस्तेमाल करें।

  3. मूसली पाक: आधा चम्मच दिन में दो बार इस्तेमाल करें।

हालांकि इसकी खुराक व्यक्ति की उम्र, लिंग और बीमारी के आधार पर तय की जाती है, इसलिए डॉक्टर द्वारा बताई गई खुराक के अनुसार ही इसका सेवन करें। इस लेख में नेचुरोपैथी  चिकित्सक ‘डॉ. सुषमा कपूर, Safed Musli benefits, नुकसान और मात्रा के बारे में विस्तार से बता रही हैं।

सफेद मूसली के फायदे | Safed Musli benefits in Hindi:

Safed Musli benefits आयुर्वेदिक चिकित्सा के अनुसार सफ़ेद मुसली मुख्य रूप से पित्तशामक और वायुनाशक होती है लेकिन यह कफ दोष को बढ़ाती है। इसलिए कफ संबंधी समस्याओं में इसके सेवन से बचना चाहिए। सफेद मूसली में कामोत्तेजक गुण होते हैं और यह शीघ्रपतन और इरेक्टाइल डिस्फंक्शन जैसे रोगों में काफी उपयोगी साबित होती है। आइए जानते हैं कि यौन विकारों सहित अन्य समस्याओं में सफेद मूसली किस काम आती है और कितनी मात्रा में इसका सेवन करना चाहिए।

1. सेक्स पावर बढ़ाने में उपयोगी है सफ़ेद मूसली | Safed Musli Benefits in Sex Stamina:

आज कल सफ़ेद मूसली का इस्तेमाल इतना आम हो गया है की अगर आप किसी से Safed Musli benefits के बारे पूंछेंगे तो वह फ़ौरन बतादेगा की Safed Musli benefits योन शक्ति बढ़ने के काम आती है। और कुछ लोग इसे हर्बल वियाग्रा के तौर पर इस्तेमाल करते हैं। जानवरों पर किए गए एक अध्ययन में यह पाया गया कि सुरक्षित मूसली पाउडर में ऐसे गुण होते हैं जो यौन उत्तेजना बढ़ाने के साथ-साथ टेस्टोस्टेरोन जैसे प्रभाव वाले सेक्स हार्मोन के स्तर को बढ़ा सकते हैं। इसलिए सेक्स पावर बढ़ाने के लिए सफेद मूसली का इस्तेमाल करना सही रहता है। मात्रा और सेवन का तरीका यौन शक्ति बढ़ाने के लिए आधा चम्मच मूसली का चूर्ण गुनगुने दूध के साथ दिन में दो बार भोजन के बाद लें।

2. स्तंभन दोष के लिए रामबाढ़ है सफ़ेद मूसली | Safed musli Benefits in Erectile Dysfunction:

सेक्स के दौरान लिंग में उत्तेजना या तनाव की कमी को इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या कहा जाता है। तनाव, डिप्रेशन या किसी लंबी बीमारी के कारण यह समस्या किसी को भी हो सकती है। सफेद मूसली सेक्स की इच्छा को बढ़ाती है और यह इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या को भी दूर करने में मदद करती है। अक्सर मधुमेह या किसी अन्य बीमारी के कारण इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का खतरा बढ़ जाता है, ऐसे में आप सफेद मूसली का सेवन कर इस जोखिम को प्रभावी ढंग से रोक सकते हैं।

खुराक और सेवन का तरीका |Dosage & Method of Consmption:

सफेद मूसली कैप्सूल इन दिनों बाजार में आसानी से उपलब्ध हैं। 1-1 कैप्सूल सुबह शाम पानी या दूध के साथ सेवन करें।

3. सफ़ेद मूसली का उपयोग शीघ्रपतन में | Safed Musl Benefits in Premature Ejaculation:

खराब जीवनशैली और खानपान की वजह से ज्यादातर लोग शीघ्रपतन की समस्या से जूझ रहे हैं। कई लोग तो हिचकिचाहट के कारण डॉक्टर के पास भी नहीं जाते और इंटरनेट पर शीघ्रपतन रोकने के उपाय खोजते रहते हैं। ऐसे लोगों के लिए सफेद मूसली एक कारगर औषधि है। शीघ्रपतन की दवा के रूप में आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

ख़ुराक और इस्तेमाल का तरीक़ा Dose and method of consumption:

Safed Musli benefits मर्दाना ताक़त बढ़ने के लिए सफ़ेद मूसली चरण का आधा चम्मच गुनगुने दूध के साथ खाना खाने के बाद दिन में दो बार इस्तेमाल करना है।

4. शुक्राणु की गुणवत्ता में सुधार करती है सफ़ेद  मूसली | Safed musli Benefits in sperm quality:

कई विशेषज्ञों का मानना ​​है कि सफेद मूसली शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में मदद करती है, हालांकि इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। लेकिन यह बात बिल्कुल सच है कि सफेद मूसली के सेवन से शुक्राणुओं की गुणवत्ता में सुधार होता है और शुक्राणुओं की गतिशीलता बढ़ती है, जिससे शुक्राणु पूरी तरह स्वस्थ रहते हैं।

खुराक और इस्तेमाल का तरीक़ा  Dosage and method of consumption : 

Safed Musli benefits शुक्राणु की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए आधा चम्मच मूसली पाउडर में एक चम्मच शहद मिलाकर रोजाना सुबह और शाम सेवन करें।

5. नपुंसकता से बचाती है सफेद मूसली | Safed musli Benefits in impotence:

शोध के अनुसार सफेद मूसली वीर्य के उत्पादन को बढ़ाती है और वीर्य की गुणवत्ता में सुधार करती है। माना जाता है कि इसके नियमित सेवन से नपुंसकता के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है। कौंच के बीजों के साथ सफेद मूसली का सेवन नपुंसकता के इलाज में बहुत उपयोगी माना जाता है।

खुराक और सेवन का तरीका | Dosage and method of Consumption:

Safed Musli benefits नामर्दी दूर करने के लिए एक से डेढ़ चम्मच मूसली पाक गाय के दूध के साथ दिन में दो बार लें।

6. स्वप्नदोष की कमजोरी को दूर करने में सहायक है सफ़ेद मूसली | Safed musli Benefits in the Weakness of Dreams:

बुरे सपने आना एक आम समस्या है और इसके होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। अगर आप ‘नाईटफॉल की आयुर्वेदिक औषधि’ ढूंढ रहे हैं तो आपकी जानकारी के लिए बता देना चाहते हैं की सफ़ेद मूसली का इस्तेमाल करने से सव्पन्दोष यानि बुरे ख्वाब आने की समासिया का समाधान नहीं होता है। हाँ सव्पन्दोष के बाद होने वाली जिस्मानी कमज़ोरी को दूर करने में बहुत फायदेमंद होता है। है। अगर आप भी बार-बार स्वप्नदोष के कारण कमजोरी महसूस कर रहे हैं तो सफेद मूसली का सेवन जरूर करें।

खुराक और इस्तेमाल का तरीक़ा  Dosage and method of consumption:

Safed Musli benefits आधा चम्मच सफेद मूसली का चूर्ण गुनगुने दूध में मिलाकर दिन में दो बार भोजन के बाद लें। इससे स्वप्न के बाद होने वाली कमजोरी जल्दी दूर हो जाती है।

7. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक है सफ़ेद मूसली | Safed Musli Benefits in Immunity:

सफेद मूसली शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाती है, जो आपको सर्दी-जुकाम समेत कई तरह के संक्रामक रोगों से बचाती है। अगर आप बार-बार सर्दी-जुकाम या फ्लू की चपेट में आ रहे हैं तो इम्यूनिटी पावर बढ़ाने के लिए सफेद मूसली का सेवन करें और स्वस्थ रहें।

मात्रा और सेवन का तरीक़ा Dosage and consumption methd:  

 आधा चम्मच मूसली पाक का इस्तेमाल एक गिलास दूध या एक चम्मच शहद के साथ सुबह शाम करना है।

8. बॉडीबिल्डिंग में फायदेमंद है सफ़ेद मूसली | Safed Musli benefits in bodybuilding:

सेक्स क्षमता बढ़ाने के अलावा, शरीर की ताकत में वृद्धि सफेद मूसली के मुख्य लाभों में से एक है। यही वजह है कि आज के समय में ज्यादातर जिम जाने वाले लड़के सफेद मूसली का इस्तेमाल बॉडी बिल्डिंग के सप्लीमेंट के तौर पर करते हैं। अगर आप भी शारीरिक रूप से कमजोर हैं या थोड़ी सी मेहनत करके थक जाते हैं तो सफेद मूसली आपके लिए बहुत फायदेमंद है।

खुराक और इस्तेमाल का तरीक़ा  Dosage and method of consumption :

Safed Musli benefits सफेद मूसली का 1-1 कैप्सूल सुबह और शाम दूध या पानी के साथ सेवन करें।

9. वज़न घटाने में मददगार है सफ़ेद मूसली | Safed Musli Benefits in Reducing Weight :

यह सच है कि सफेद मूसली से शारीरिक ताकत बढ़ती है और ताकत बढ़ाने वाली कोई भी आयुर्वेदिक औषधि से वज़न भी बढ़ता है। इसी वजह से सफ़ेद मूसली का इस्तेमाल दूध के साथ करने से आपका वज़न बढ़ने का खदशा है। लेकिन आपको जानकर प्रसन्नता होगी की अगर अगर आप इसे गर्म पानी के साथ पीते हैं तो यह वजन कम करने में मदद करता है। इसलिए अगर आप मोटापे या बढ़ते वजन से परेशान हैं तो सफेद मूसली को गर्म पानी के साथ लें।

खुराक और इस्तेमाल का तरीका Dosage and method of consumption:  

Safed Musli benefits वर्कआउट करने के थोड़े समय बाद आधा चम्मच मूसली पाउडर गर्म पानी से स्तेमाल करें। ध्यान रखें की अगर आप सफ़ेद मूसली का इस्तेमाल वज़न घटाने के लिए कर रहे हैं। तो दूध के साथ इसका सेवन करने से बचें क्योंकि इससे वजन बढ़ सकता है।

10. मूत्र संबंधी रोगों में सहायक है सफ़ेद मूसली | Safed Musli is benefits in Urinary diseases:

सफेद मूसली पेशाब करते समय जलन या बार-बार पेशाब आने जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में भी कारगर है। इसके अलावा जिन महिलाओं को ल्यूकोरिया या सफेद पानी की समस्या होती है उनके लिए भी सफेद मूसली बहुत फायदेमंद होती है। इससे ल्यूकोरिया की समस्या कुछ ही दिनों में ठीक हो जाती है।

खुराक और इस्तेमाल का तरीका Dosage and method of consumption:  मूत्र संबंधी रोगों से राहत पाने के लिए आधा चम्मच Safed Musli benefits सफेद मूसली का चूर्ण गुनगुने दूध के साथ दिन में दो बार लें।

गठिया में फायदेमंद है सफ़ेद मूसली | Safed musli benefits in Arthritis:

उम्र बढ़ने के साथ-साथ हड्डियों और जोड़ों में दर्द होना एक आम समस्या है। हमारे देश में ज्यादातर बुजुर्ग गठिया की समस्या से जूझ रहे हैं। सफेद मूसली के सेवन से गठिया की वजह से होने वाले जोड़ो के दर्द और सूजन से आराम मिलता है।

मात्रा और सेवन का तरीक़ा Dose and method of consumption: 

सफ़ेद मूसली पाउडर का आधा चम्मच खाना खाने के बाद दिन में दो बर इस्तेमाल करें।

11. कैंसर से बचाव में लाभदायक है सफ़ेद मूसली | Safed musli Benefits in Cancer prevention:  

कई विशेषज्ञों का दावा है कि सफ़ेद मूसली का इस्तेमाल करके कैंसर जैसी मुहल्लक बीमारी के ख़तरे को कम किया जा सकता है। सफ़ेद मूसली हमारे जिस्म की प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत करने में प्रभावशाली है।जिस से कैंसर कोशिकाओं के बढ़ने का खतरा कम होता है और कैंसर से बचाव होता है।

खुराक और इस्तेमाल का तरीका Dosage and method of consumption: 

 Safed Musli benefits कैंसर से बचने के लिए सफ़ेद मूसली पाउडर आधा चम्मच दिन में दो बार दूध या पानी के साथ इस्तेमालकारें।

सफ़ेद मूसली के साइड इफ़ेक्ट और सावधानी | Side effects and precautions of Safed Musli:

यह हक़ीक़त तो सब जानते हैं की सफ़ेद मूसली के फायदे बेशुमार हैं। लेकिन इसका ज़रूरत से ज़्यादा इस्तेमाल आपको सफ़ेद मूसली के नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। वैसे तो सफेद मूसली के नुकसान से जुड़े ज्यादा वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं, फिर भी कई आयुर्वेदिक विशेषज्ञ इससे जुड़े नुकसान के बारे में बताते हैं। जैसे

1.भूख न लगना | Safed Musli in Loss of Appetite:

अगर आप सफेद मूसली का अधिक मात्रा में सेवन कर रहे हैं तो यह आपकी भूख को कम कर सकता है। इसलिए डॉक्टर द्वारा बताई गई खुराक के अनुसार ही इसका सेवन करें। अगर इसके सेवन से भूख कम लगती है तो आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लें।

2. कफ का बढ़ना | Safed Musli in phlegm:

सफ़ेद मूसली में ठंडक होती है और यह शरीर में कफ को बढ़ाती है। इसलिए, यदि आप पहले से ही कफ से संबंधित समस्याओं से पीड़ित हैं, तो सफेद मूसली का इस्तेमाल करने से परहेज़ करें या इसका इस्तेमा अपने चिकित्सक की सलाह से करें।

3. गर्भावस्था और स्तनपान | Safed Musli in pregnancy and lactation :

इस बात के पर्याप्त प्रमाण नहीं हैं कि गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान सफेद मूसली का सेवन सुरक्षित है, इसलिए इस समय सफेद मूसली का सेवन करने से बचें। अगर आप इसका इस्तेमाल करना चाहती हैं तो अपनी गयनेकोलॉजिस्ट की सलाह अवश्य लें। 

4. पाचन तंत्र पर सफ़ेद मूसली का प्रभाव | Safed Musli effects on the digestive system:

अगर आपकी पाचन क्षमता कमजोर है तो सफेद मूसली का सेवन कम करें क्योंकि यह देर से पचती है जिससे आपको पाचन तंत्र से संबंधित समस्या हो सकती है। ऐसे में अच्छा होगा की आप सफ़ेद मूसली चूर्ण का आधा चम्मच दिन में दो बार प्रयोग करें। अब आप सफेद मूसली के फ़ायदे  और नुक़सान से अच्छी तरह वाक़िफ़ हो चुके हैं। अपनी ज़रूरत और बीमारी के हिसाब से इसका इस्तेमाल शुरू करें और स्वस्थ रहें। अगर प्रयोग करने से अगर आपको कोई परेशानी मेहसूस हो तो तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क करें। 

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